"शिक्षा के सामाजिक और दार्शनिक आधार" पुस्तक शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान है। यह पुस्तक शिक्षा के सामाजिक और दार्शनिक दृष्टिकोणों को विस्तृत रूप से समझाती है। इसमें शिक्षा के सिद्धांत, भारतीय शिक्षा प्रणाली, और शिक्षा के दार्शनिक आधारों पर गहन चर्चा की गई है। यह पुस्तक छात्रों, शिक्षकों, और शिक्षा में रुचि रखने वाले सभी व्यक्तियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। शिक्षण पद्धति और भारतीय समाज में शिक्षा की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिससे पाठक शिक्षा के व्यापक दृष्टिकोण को समझ सकें।